Sunday, 3 April 2016

खुश रहो

खुश रहो

काम में खुश रहो , आराम में खुश रहो
सफल - असफल हर अंजाम में खुश रहो



जो मिला है उसे पा कर खुश रहो
जो खो गया उसे भुला कर खुश रहो




जो चाहिए उसे पाने के प्रयास में खुश रहो
ना मिले तो पाने के अहसास में खुश रहो



हकीकत में ख़ुशी नहीं तो सपने में खुश रहो
ना मिले ख़ुशी किसी और से तो अपने में खुश रहो



दूध - पनीर नहीं तो  रोटी - दाल में खुश रहो
हो कैसा भी मौसम हर  हाल में खुश रहो


हो कोई ख़ुशी की बात तो दिन रात खुश रहो
ना भी हो कोई वजह  तो बिना बात ही खुश रहो